जोड़ो के दर्द से छुटकारा कैसे पाएं | Joint Pain Ka Ilaj Hindi Mein

 

जोड़ो का दर्द (Joint Pain) क्या है ?

आज के समय में जोड़ो का दर्द (Joint Pain) एक आम समस्या बन चुकी है। यह समस्या न केवल बुजुर्गों में बल्कि युवाओं और मध्यम आयु वर्ग के लोगों में भी तेजी से बढ़ रही है, यह समस्या अब आम हो चूका है । लंबे समय तक बैठकर काम करना, शारीरिक गतिविधियों की कमी, बढ़ता वजन, असंतुलित खानपान और उम्र से जुड़ी कमजोरी जोड़ो के दर्द के प्रमुख कारण हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि यदि सही समय पर ध्यान दिया जाए तो इस दर्द से पूरी तरह छुटकारा पाया जा सकता है,पर इसके लिए कुछ बातो को आपको ध्यान रखना होगा ,आज हमलोग इसपर ही बात करेंगे।

जोड़ों के दर्द के मुख्य कारण क्या हो सकते है। 

1. आर्थराइटिस (Arthritis):
यह जोड़ो में सूजन और दर्द का सबसे बड़ा कारण है। इसमें जोड़ों की हड्डियों के बीच का कुशन (cartilage) धीरे-धीरे घिस जाता है जिससे दर्द और अकड़न होती है,और इसमें आदमी को चलना उठना बैठना में समस्या हो सकता है।


2. उम्र बढ़ना:
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हड्डियों की घनता (bone density) कम होती जाती है और कैल्शियम की कमी से जोड़ कमजोर होने लगते हैं जोड़ो का दर्द (Joint Pain) बुढ़ापा में समस्या खास कर के हो जाता है।


3. अधिक वजन:
शरीर का अतिरिक्त वजन घुटनों और टखनों जैसे जोड़ों पर अधिक दबाव डालता है, जिससे दर्द बढ़ता है इसलिए आप अपना वजन का हमेशा ध्यान रखे।


4. चोट या मोच:
किसी पुरानी चोट या गलत तरीके से उठाने-बैठने की आदत भी लंबे समय तक जोड़ो में दर्द का कारण बन सकती है,अगर कभी आपको ऐसा किअभी चोट अगर लग जाए तो दबा या डॉक्टर को दिखाना न भूले।


5. विटामिन और कैल्शियम की कमी:
शरीर में विटामिन D, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से जोड़ों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।


  • जोड़ों के दर्द के लक्षण

  • जोड़ों में सूजन या लालिमा

  • चलने या उठने-बैठने पर दर्द

  • सुबह उठते समय अकड़न

  • जोड़ों में चरमराहट की आवाज

  • मौसम बदलने पर दर्द का बढ़ जाना


यदि इन लक्षणों को समय रहते नज़रअंदाज़ किया गया तो यह आगे चलकर बड़ी समस्या का रूप ले सकता है।

जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने का उपाए जो आप घर पर कर सकते है। 

1. गर्म और ठंडे सेक का उपयोग करें

गर्म पानी की थैली या ठंडी बर्फ से सेक करने से दर्द और सूजन में काफी राहत मिलती है।

गर्म सेक पुराने दर्द के लिए

ठंडा सेक सूजन या हाल की चोट के लिए


2. हल्दी और दूध का सेवन करें

हल्दी में कर्क्यूमिन नामक तत्व होता है जो एक प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है।
रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से दर्द में राहत मिलती है।

3. मेथी और अजवाइन का सेवन

मेथी के दाने और अजवाइन दोनों में दर्द कम करने वाले तत्व होते हैं।

एक चम्मच मेथी पाउडर सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लें।

अजवाइन को पानी में उबालकर पीने से भी जोड़ों का दर्द कम होता है।


4. सरसों या नारियल के तेल की मालिश

गुनगुने तेल से रोजाना जोड़ो की हल्की मालिश करने से रक्त संचार बढ़ता है और दर्द में कमी आती है।

सरसों का तेल + कपूर मिलाकर लगाने से और अधिक लाभ मिलता है।


5. व्यायाम और योगासन

जोड़ो को लचीला और मजबूत बनाए रखने के लिए हल्का व्यायाम बहुत जरूरी है।

योगासन: ताड़ासन, भुजंगासन, मकरासन और गोमुखासन

साधारण व्यायाम: सुबह की वॉक, हल्का स्ट्रेचिंग, साइक्लिंग


ध्यान रहे, दर्द अधिक होने पर कठिन व्यायाम न करें।


आहार और पोषण

1. कैल्शियम से भरपूर आहार:
दूध, दही, पनीर, तिल, और बादाम जैसे खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करें।


2. विटामिन D और ओमेगा-3 फैटी एसिड:
सूरज की धूप में 15-20 मिनट तक रहना विटामिन D का अच्छा स्रोत है।
इसके अलावा मछली, अलसी के बीज और अखरोट में ओमेगा-3 पाया जाता है।


3. हरी सब्जियाँ और फल:
पालक, मेथी, बथुआ, गाजर, संतरा, और अमरूद जैसे खाद्य पदार्थ हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।


4. पानी की पर्याप्त मात्रा:
शरीर को हाइड्रेट रखना जोड़ों के लिए बहुत जरूरी है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।


आयुर्वेदिक और प्राकृतिक इलाज

आयुर्वेद में जोड़ो के दर्द को संधिवात कहा गया है। इसके लिए कई औषधियां बताई गई हैं —

अश्वगंधा: हड्डियों की मजबूती के लिए लाभकारी।

गुग्गुलु: सूजन और दर्द को कम करता है।

त्रिफला: शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।

नारायण तेल: आयुर्वेदिक मालिश के लिए उपयोगी तेल है।


इनका सेवन या उपयोग किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से ही करें।


जीवनशैली में बदलाव

1. लंबे समय तक एक जगह न बैठें।
हर 30 मिनट में थोड़ा चलें या खिंचाव करें।


2. संतुलित वजन बनाए रखें।
मोटापा जोड़ों पर दबाव बढ़ाता है।


3. आरामदायक जूते पहनें।
गलत फुटवियर से घुटनों और टखनों में दर्द बढ़ सकता है।


4. तनाव से बचें।
  • तनाव से शरीर में सूजन बढ़ती है, जो जोड़ो के दर्द को बढ़ा सकती है।
  • डॉक्टर से कब संपर्क करें
  • यदि दर्द लगातार बढ़ रहा हो
  • जोड़ लाल और सूजे हुए हों
  • चलने-फिरने में कठिनाई हो
  • बुखार या थकान भी महसूस हो
  • अगर समस्या ज्यादा हो तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूले।

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