मलेरिया(Malaria) क्या है? कारण, लक्षण, उपचार और बचाव के उपाय

 


मलेरिया क्या है? कारण, लक्षण, उपचार और बचाव के उपाय

मलेरिया क्या है?

मलेरिया एक गंभीर संक्रामक रोग है जो प्लास्मोडियम नामक परजीवी के कारण होता है। यह परजीवी मादा एनाफिलीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। भारत सहित विश्व के कई देशों में मलेरिया एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या बना हुआ है। यह रोग हर वर्ष लाखों लोगों को प्रभावित करता है और इससे हजारों लोग हर साल अपना जान गवां देते है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहाँ स्वच्छता की कमी और गंदे पानी का जमाव अधिक होता है।


मलेरिया का कारण क्या है?

मलेरिया का मुख्य कारण प्लास्मोडियम नामक परजीवी है, जो चार प्रकार के होते हैं—


1. प्लास्मोडियम विवैक्स (Plasmodium Vivax)

2. प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम (Plasmodium Falciparum)

3. प्लास्मोडियम ओवेल (Plasmodium Ovale)

4. प्लास्मोडियम मलेरिए (Plasmodium Malariae)


इनमें से फाल्सीपेरम सबसे घातक प्रकार है, जो गंभीर मलेरिया का कारण बनता है। यह रोग तब फैलता है जब संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है और उसके रक्त में परजीवी प्रवेश कर जाते हैं इसके बाद आपके शरीर में ये धीरे धीरे फैलने लगता है।


मलेरिया के लक्षण क्या है?

मलेरिया के लक्षण आम तौर पर मच्छर के काटने के 10 से 15 दिनों बाद दिखाई देने लगते हैं। इसके प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:


  • तेज बुखार आना
  • ठंड लगना और पसीना आना
  •  सिरदर्द और बदन दर्द
  • उल्टी या मितली महसूस होना
  •  कमजोरी और थकावट
  • गंभीर मामलों में बेहोशी, दौरे या रक्ताल्पता (एनीमिया)


बुखार आम तौर पर कुछ घंटों के अंतराल में आता-जाता रहता है, जो मलेरिया की पहचान का प्रमुख संकेत है।


मलेरिया का निदान (Diagnosis) कैसे करे।

मलेरिया की पुष्टि के लिए खून की जांच की जाती है। ब्लड स्मीयर टेस्ट या रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट (RDT) के माध्यम से परजीवी की पहचान की जाती है। समय पर जांच कर लेने से बीमारी की गंभीरता को रोका जा सकता है।


मलेरिया का उपचार कैसे करे ?

मलेरिया का इलाज रोग के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है। सामान्य मलेरिया के लिए डॉक्टर आमतौर पर क्लोरोक्विन (Chloroquine) या आर्टेमिसिनिन आधारित संयोजन थेरेपी (ACT) दवाएं देते हैं। गंभीर मलेरिया के मामलों में अस्पताल में भर्ती होकर इंजेक्शन के माध्यम से दवाओं का सेवन करवाया जाता है। उपचार के दौरान पर्याप्त आराम, तरल पदार्थों का सेवन और पौष्टिक आहार लेना अत्यंत आवश्यक है ताकि आपके शरीर को जरूर पोषक तत्व मिल सके।


मलेरिया से बचाव के उपाय जाने।

मलेरिया से बचने के लिए मच्छरों के प्रकोप को रोकना सबसे प्रभावी तरीका है। इसके लिए निम्न उपाय अपनाने चाहिए:


1. मच्छरदानी का उपयोग करें: रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें,ताकि मच्छर आपके पास न आ सके

2. मच्छर निरोधक क्रीम लगाएं: त्वचा पर रिपेलेंट क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें। यह क्रीम आसानी से आपके नजदीकी दवा के दुकान पर मिल जाएगा।

3. गंदे पानी का जमाव न होने दें: घर के आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि यही मच्छरों के पनपने का प्रमुख कारण है।

4. साफ-सफाई रखें: घर, गली और आसपास के क्षेत्र को नियमित रूप से साफ रखें ताकि गंदगी से मलेरिया न फैले।

5. धूम्र या स्प्रे का उपयोग: मच्छरों को भगाने के लिए धुआँ या स्प्रे का प्रयोग करें धुआं से मच्छर मर जाता है।

6. पूरा शरीर ढकने वाले कपड़े पहनें: खासकर बच्चों को छोटे कपड़ों से बचाएं।जब आपका बच्चा घर से बाहर साम के समय जाता है,तो इस बार का हमेशा ख्याल रखें।


सरकार इसके लिए क्या कर रही है।

भारत सरकार ने मलेरिया उन्मूलन के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं, जैसे “राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBDCP)” और “मलेरिया मुक्त भारत अभियान”। सरकार का लक्ष्य 2030 तक भारत को मलेरिया मुक्त बनाना है जो सिर्फ सरकार के सोचने से न होगा हमलोगों को भी इसमें सहयोग देना होगा। विभिन्न राज्यों में निःशुल्क जांच और उपचार की सुविधाएँ भी दी जा रही हैं ताकि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँच सके ।


मलेरिया और सामाजिक जागरूकता।

मलेरिया को समाप्त करने में इसके बारे में जानना बहुत ही  अत्यंत आवश्यक है। जब तक लोग स्वच्छता के महत्व और मच्छरों से बचाव के तरीकों को नहीं अपनाएंगे, तब तक मलेरिया पर पूर्ण नियंत्रण संभव नहीं है। स्कूलों, पंचायतों और सामाजिक संगठनों को इस दिशा में मिलकर काम कर रही है आप भी अपने आस पास के लोगों को इसके बारे में बताएं।


निष्कर्ष।

मलेरिया एक रोके जाने योग्य और इलाज योग्य रोग है, लेकिन लापरवाही इसे जानलेवा बना सकती है। यदि हम समय पर सावधानी बरतें, स्वच्छता बनाए रखें और मच्छरों के प्रजनन को रोकें, तो मलेरिया जैसी बीमारी से खुद को और अपने समाज को सुरक्षित रखा जा सकता है,इसमें में आपका भी सहयोग का जरूरत होगा। सरकार के साथ-साथ हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह अपने घर और आसपास के क्षेत्र को मच्छर मुक्त रखे। इस सामूहिक प्रयास से ही भारत “मलेरिया मुक्त राष्ट्र” बनने का सपना साकार कर सकेगा। तब जाकर हमारा देश इससे आजाद होगा।

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